हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान की शलमचे सीमा से बसरा-इराक तक रणनीतिक रेल परियोजना इराक और ईरान दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। रेलवे लाइनों के माध्यम से ईरान और इराक को जोड़ने से दोनों देशों के बीच आयात और निर्यात में वृद्धि होगी, जबकि हर साल पवित्र स्थानों की यात्रा करने वाले लाखों तीर्थयात्रियों को महत्वपूर्ण ट्रेन यात्रा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
इस बीच, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान रेलवे के सीईओ और शहरी विकास उप मंत्री सैयद मीआद सालेही ने गुरुवार को घोषणा की कि इराकी रेलवे के सीईओ के साथ समझौते के अनुसार, तेहरान से कर्बला 3 महीने तक साप्ताहिक रूप से टृेन चलाने का फैसला किया।
मीआद सालेही ने कहा कि यह ट्रेन तेहरान से मलिक शलमचे सीमा तक चलेगी और यात्री बस से शलमचा सीमा से बसरा तक 30 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। इसके बाद यात्रियों को बसरा से पुन: ट्रेन से पवित्र शहर कर्बला ले जाया जाएगा। ईरान के रेलवे के सीईओ ने कहा कि ईरान-इराक रेल परियोजना का विस्तार तेजी से जारी है।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से इराक ईरान के जरिए मध्य एशियाई देशों तक पहुंच सकेगा और जमीन के जरिए अपने उत्पादों का निर्यात कर सकेगा। चीन इस परियोजना को अपने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में भी देखता है, जो ईरान, इराक और सीरिया के माध्यम से भूमध्य सागर और यूरोप तक पहुंच को सक्षम करेगा।